हेलो एवरीवन आज हम बात करने वाले हैं बहुत ही बेसिक टॉपिक के बारे में what is treding यह सवाल जनरली उन लोगों के दिमाग में सबसे ज्यादा आता है जो स्टॉक मार्केट में बिगनर है
what is trading ट्रेडिंग कैसे सीखें (Trading Kaise Sikhe) Full Details In Hindi आखिर ट्रेडिंग किसे कहते हैं और ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में क्या डिफरेंस है और क्या ट्रेडिंग से हम रेगुलर इनकम जनरेट कर सकते हैं या नहीं ट्रेडिंग को अगर हम जनरल में समझे तो इसका मतलब होता है व्यापार ट्रेडिंग का सिंपल मतलब होता है कि जब भी आप किसी कंपनी के शेयर्स को बाय करते हो और उसे सेम डे पर ही सेल भी कर देते हो मतलब की स्टॉक ट्रेडिंग में आप ज्यादा टाइम तक किसी भी शेर को अपने पास नहीं रख सकते आपने ₹100 के शेयर खरीदे और आज ही उसे 105 होने के बाद आपने उसे बेच के प्रॉफिट बुक कर लिया तो इसी प्रक्रिया को हम कहेंगे ट्रेडिंग
तो फिर इन्वेस्टमेंट किसे कहते हैं और इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग में डिफरेंस क्या है तो इन दोनों में मेजर डिफरेंस होता है शेयर बाय एंड सेल करने की 10 मेयर का मतलब कि जैसे हमने ऊपर ट्रेडिंग में समझा कि जब हम शेर की बाइंग एंड सेलिंग सेम डे पर ही कर लेते हैं तो उसे ट्रेडिंग कहते हैं
तो वैसे ही जब हम शेयर्स को आज खरीद रहे हैं और उसे 3 month ,9month .1 साल 2 साल कितने भी साल के लिए होल्ड करके रखते हैं और फिर उसे बेचते हैं तो उसे इन्वेस्टमेंट कहा जाता है
बेसिकली ट्रेडिंग बहुत ही शॉर्ट पीरियड के लिए होती है और इन्वेस्टमेंट लॉन्ग टर्म के लिए एवं इन दोनों में एक और मेजर डिफरेंस होता है वह है एप्रोच का ट्रेडिंग करते वक्त ट्रेडर्स हमेशा टेक्निकल एनालिसिस अप्रोच के साथ चलते हैं जिसमें उसे पर्टिकुलर कंपनी के शेयर प्राइस मूवमेंट को मॉनिटर किया जाता है
और उसके थ्रो फ्यूचर प्राइस मोमेंट प्रिडिक्ट किया जाता है इसमें इसमें सिर्फ यह देखा जाएगा कि उसे कंपनी के शेयर प्राइस की मूवमेंट क्या चल रही है और ट्रेडिंग के इसी अप्रोच को कहा जाता है टेक्निकल एनालिसिस
बट वही दूसरी तरफ इन्वेस्टिंग में ज्यादा फोकस हम कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स उसकी पास परफॉर्मेंस फ्यूचर ग्रोथ को एनालाइज करने में देते हैं और इसमें कंपनी के शेर प्रिंस मूवमेंट का कोई रोल नहीं होता और इन्वेस्टिंग के इसी अप्रोच को हम कहते हैं फंडामेंटल एनालिसिस
दोनों ही केसेस में हमें प्रॉफिट या लॉस दोनों ही हो सकते हैं डिपेंडिंग अपऑन कि हमने कौन सा ट्रेड या कौन से स्टॉक में इन्वेस्ट करने का सोचा है अब बात करते हैं टाइप्स ऑफ ट्रेडिंग की इसमें भी बहुत सारे टाइप्स ऑफ ट्रेड होते हैं जो कि हम एग्जीक्यूट कर सकते हैं जैसे की डे ट्रेडिंग,स्काल्पिंग, स्विंग ट्रेडिंग ,मोमेंटम ट्रेडिंग, एंड पोजिशन ट्रेडिंग
डे ट्रेडिंग:
तो सबसे पहले बात करते हैं डे ट्रेडिंग की इसमें ट्रेडर्स एग्जीक्यूट कर सकते हैं जैसे की डेट रीडिंग स्काल्पिंग स्विंग ट्रेडिंग मोमेंटम ट्रेडिंग एंड पोजिशन ट्रेडिंग तो सबसे पहले इसमें ट्रेडर्स को सेम डे पर ही स्टॉक की बाइंग एंड सेलिंग करनी होती है इसमें ट्रेड उसे स्टॉक को कुछ मिनट या आज के लिए हॉल कर सकता है एंड थें मार्केट क्लोज होने से पहले उसे स्टॉक को सेल करना ही होता है इसमें प्राइस मोमेंट कभी फायदा उठाकर प्रॉफिट को बुक कर सकते हैं
स्काल्पिंग ट्रेडिंग:
इन डे ट्रेडिंग दोनों ही ट्रेडिंग से ऑलमोस्ट सिमिलर की है स्काल्पिंग में भी बाइंग एंड सेलिंग का शेयर्स होता है बट दिन में कई बार यह ट्रेड लिया जा सकता 1 मिनट 5 मिनट या 10 मिनट के लिए भी हो सकता है और आपको दिन भर में प्रॉफिट भी हो सकते हैं और लॉसेस भी यह डिपेंड करेगा कि आपने किस टाइप का ट्रेड सेटअप लिया है
स्विंग ट्रेडिंग:
स्विंग ट्रेडिंग में आप शेर की बाइंग एंड सेलिंग तो करते हो बट अगर आपने कोई शेयर परचेज किया तो आप उसे उसी दिन ना भेज कर भी कुछ दिनों तक हॉल भी कर सकते हो मैं भी एक दिन दो दिन या चार दिन के लिए
मोमेंटम ट्रेडिंग:
उसके बाद आता है मोमेंटम ट्रेडिंग मोमेंटम ट्रेडिंग को एक ट्रेंड तब उसे करता है जब उसकी कोई शेयर ऊपर जाता हुआ दिखता है तो वह उसे बाय कर लेता है और जैसे ही ऐसी कोई न्यूज़ आती है या कोई ऐसा इवेंट होता है जिससे उसे शेयर की प्राइस गिर सकते हैं तो वह उसे तुरंत सेल कर देता है ताकि वह राइट टाइम पर उसका प्रॉफिट बुक करके निकल जाए इस एप्रोच से ट्रेड कुछ मिनिट्स में ही प्रॉफिट बुक कर लेते हैं बट उसके लिए ट्रेड का हमेशा अलर्ट रहना और अपकमिंग न्यूज को चेक करते रहना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर उसने सही टाइम पर शेयर्स से एग्जिट नहीं किया तो लॉस भी बियर करना पड़ सकता है
पोजीशन ट्रेडिंग:
ट्रेडिंग इसमें आप किसी भी स्टॉक को बाय करके लॉन्ग टर्म के लिए रख सकते हैं यह ट्रेडिंग तकनीक उन लोगों की लिए सही है जब मार्केट को रेगुलरली वॉच नहीं करते बट के ट्रेडिंग एक रेगुलर इनकम का जरिया हो सकता है क्या हम इसे रेगुलर इनकम जनरेट कर सकते हैं तो इसका जवाब है जी हां ट्रेडिंग से हम रेगुलरली ऑन कर सकते हैं
बट जैसा कि हम सब जानते हैं कि स्टॉक मार्केट रिस्की भी है तो अगर आप रेगुलर बेसिस पर ऑन कर सकते हो तो आप लूज भी कर सकते हो प्रॉफिट एंड लॉस डिपेंड कि आप कब कौन सा ट्रेड ले रहे हैं उसमें आपका अप्रोच कितना सही है और कितना गलत जहां ट्रेडिंग से लोग लाखों रुपए कमा लेते हैं वही एक झटके में लाखों रुपए का लॉस भी कर लेते हैं
Good knowledgeable 💯
thanks
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